Chhattisgarh Language
छत्तीसगढ़ में बहुत से भाषाएं बोली जाती हैं, जिनमें हिंदी, छत्तीसगढ़ी, और अनेक जंगली भाषाएं होती हैं। छत्तीसगढ़ी हिंदी का एक अंग्रेज़ी है और वैकल्पिक हिंदी में संबंधित होता है। यह शब्दावली, व्याकरण, और व्यंजनों में हिंदी से बहुत समान होता है, लेकिन यह अपनी अनुकूलनों, उच्चारण, और शब्दावली में अलग होता है।
यहाँ एक उदाहरण दिया जा रहा है जो छत्तीसगढ़ी में लिखा है:
“मैं छत्तीसगढ़ से हूँ।” (I am from Chhattisgarh.)
यह वाक्य देवनागरी लिपि में लिखा है, जो हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के लिए प्रयुक्त होता है।
छत्तीसगढ़ मध्य भारत का एक राज्य है। इसकी राजधानी रायपुर है। राज्य अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। छत्तीसगढ़ में बोली जाने वाली कुछ प्रमुख भाषाओं में हिंदी, छत्तीसगढ़ी और कई आदिवासी भाषाएँ शामिल हैं। राज्य कई दिलचस्प पर्यटन स्थलों का घर है, जिनमें चित्रकोट जलप्रपात, माँ बम्लेश्वरी मंदिर और सिरपुर का मंदिर शामिल हैं।
जानिए छत्तीसगढ़ के बारे में
छत्तीसगढ़ का गठन 1 नवंबर 2000 को भारत के 26वें राज्य के रूप में हुआ था। इससे पहले यह मध्य प्रदेश का हिस्सा था।
राज्य महानदी, इंद्रावती और इब सहित कई महत्वपूर्ण नदियों का घर है।
छत्तीसगढ़ प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है, जिसमें कोयले, लौह अयस्क और चूना पत्थर के महत्वपूर्ण भंडार हैं। यह चावल, गेहूं और अन्य कृषि उत्पादों का भी एक महत्वपूर्ण उत्पादक है।
छत्तीसगढ़ में कई प्राचीन मंदिरों और अन्य ऐतिहासिक स्थलों के साथ एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। यह राज्य अपने पारंपरिक हस्तशिल्प जैसे बेल मेटल और टेराकोटा उत्पादों के लिए भी जाना जाता है।
राज्य कई राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों का घर है, जिनमें इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान और सीतानदी वन्यजीव अभयारण्य शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ी मुहावरे लोकोक्तिया :
- छान्ही म होरा भुंजय(chhanhi ma hora bhujay)
- आवन लगे बरात तब ओटन लगे कपास
- उजड़े मड़वा म डिडवा नाच
- एक ठन आमा के सौ लबेदा